देवबंद – समलैंगिकता पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले को देवबंदी उलेमाओं ने प्रक्रति के नियमों के खिलाफ़ बताया है। उलेमाओं ने कहा कि कोर्ट के इस फ़ैसले से सभी धर्मों के लोगों को ठेस पहुंचेगी। उलेमाओं के अनुसार यह फ़ैसला नयी युवा पीढी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इस फ़ैसले से युवा पीढी पर बहुत गलत प्रभाव पडेगा। उन्होने सभी धर्मों के लोगों से अपील की कि सभी को मिलकर सुप्रीम कोर्ट में इस फ़ैसले पर पुनर्विचार की याचिका दायर की जानी चाहिए।